मेरठ में हाँट स्पाट जली कोठी सील करने गयी पुलिस पर पथराव
सिटी मजिस्ट्रेट व दरोगा पत्थर लगने से चोटिल


निश्चित रूप से यह जंग मानवता व कोरोना के बीच है। शासन प्रशासन व तमाम जिम्मेदार नागरिकों की कोशिश है कि इस पर जल्द से जल्द काबू पा लिया जाये  लेकिन कुछ लोग अभी भी अपनी हरकतों से बाज नहीं आ  रहे हैं। आज मेरठ के जली कोठी इलाके में भी कुछ ऐसा ही हुआ।  तीन संक्रमित जमाती मिलने पर  हाँट स्पाट बने इस इलाके को सील करने पहुंची टीम पर असामाजिक तत्वों ने पथराव कर दिया। ये  लोग क्षेत्र को सील करने का विरोध कर रहे थे। जबकि जिला प्रशासन के पास हाँट स्पाट को सील करने के अतिरिक्त अन्य कोई चारा नहीं था। पुलिस ने लाठीचार्ज कर लोगों को खदेडा। इस पथराव में सिटी मजिस्टेट व एक दरोगा को चोटें आई हैं। इस  बीच, मेरठ के लिये एक अच्छी खबर यह है कि आज मेडिकल कालेज स्टाफ ने कोरोना को हराने के तरफ अच्छी बढ़त बनाई है। आज कुल कोरोना पेशेंट में से नौ की रिपोर्ट नेगिटिव आ गई है। इन्हें डिस्चार्ज किया जा रहा है। 





बीते दिवस जलीकोठी क्षेत्र में एक व्यक्ति कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया था। इसे मेडिकल कालेज में भर्ती कराने के साथ ही जिलाधिकारी ने आज इस इलाके को सील करने के आदेश दे दिये थे। इसके अनुपालन में ही आज सिटी मजिस्ट्रेट पुलिस व स्वास्थ्य विभाग की टीम लेकर जैसे ही इलाके को सील करने पहुंचे, एक वर्ग विशेष से जुड़े लोगों ने टीम पर पथराव शुरू कर दिया। पथराव इतना तेज था कि एकबारगी  सिटी मजिस्ट्रेट व पुलिस को संभलने का मौका नहीं मिला। कुछ पत्थर सिटी मजिस्टेट को लगे जिससे वह चोटिल हो गये। इसके अलावा कुछ पुलिस कर्मचारी भी चोटिल हुए हैं। बाद में पुलिस ने सख्ती का परिचय देते हुए इलाके को सील कर दिया। साथ ही जो लोग इस पथराव के लिये दोषी हैं उनके खिलाफ भी रिपोर्ट लिखी जा रही है। आइये देखते हैं मौके पर मौजूद पुलिस क्षेत्राधिकारी दिनेश शुक्ल क्या बता रहे हैं। (बाइट)

 

इस बीच, एक शकुन भरी खबर भी। मेरठ स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना को कड़ी टक्कर देते हुए  47 के मुकाबले 12 मरीजों को कोरोना से मुक्त कर दिया है। अच्छी बात यह भी है कि जिस बंदे के चलते मेरठ कोरोना की चपेट में आया उसकी रिपोर्ट भी अब नेगेटिव आ गई है। यह बंदा इकरामुद्दीन हसन अमरावती से मेरठ शास्त्रीनगर ससुराल आया था जिसके बाद करीब चौदह रिश्तेदार संक्रमित हो गये थे।